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Sunday 9 September 2012

आजकल इन पहाड़ों के रास्ते

आजकल इन पहाड़ों के रास्ते

शाम को कोहरे से भरे होते हैं
 
जैसे मेरा मन

तेरी यादों से भरा होता है                                                                                    






   डॉ मनीष कुमार मिश्र
   असोसिएट
भारतीय उच्च अध्ययन केंद्र ,
राष्ट्रपति निवास, शिमला
manishmuntazir@gmail.com       

उज़्बेकी कोक समसा / समोसा

 यह है कोक समसा/ समोसा। इसमें हरी सब्जी भरी होती है और इसे तंदूर में सेकते हैं। मसाला और मिर्च बिलकुल नहीं होता, इसलिए मैंने शेंगदाने और मिर...