Showing posts with label तुमसे बात करना. Show all posts
Showing posts with label तुमसे बात करना. Show all posts

Tuesday 9 August 2011

तुमसे बात करना

तुमसे   बात करना 

 कभी-कभी मुश्किल होता है-

 कविता लिखने  से भी जादा .

उस दिन मैंने यूं ही कहा कि- 

काश ! तुमसी कोई दूसरी

 मेरी जिन्दगी में फिर आ जाती तो ,

जिंदगी का लुफ्त बदल जाता . 

इसपर तुमने गुस्साते हुवे कहा-

तुम्हारी जिन्दगी में ऐसा कुछ नहीं होनेवाला ,

 क्योंकि मेरी जैसी कोई मिल भी गयी तो,

 तुम तो वही रहोगे . 




उज़्बेकी कोक समसा / समोसा

 यह है कोक समसा/ समोसा। इसमें हरी सब्जी भरी होती है और इसे तंदूर में सेकते हैं। मसाला और मिर्च बिलकुल नहीं होता, इसलिए मैंने शेंगदाने और मिर...